किसकी होगी जीत इंसानियत या सियासत??

 
मजदुर निकल पडे  अपने गांवो को,
सरकार चप्पलब भी न दे पाई इनके पांवो को,
भुखे पेट, फटॆहालि का आखिर दोष किसको दे।
सवाल नाकामी का है,पर इस घडी में भोझ किस्को दे। 
      हम जैसे मध्यम वर्गीय लोगों  के लिये शायद मजदुरो के साथ जो रोज-रोज दुखद घटनाएँ   हो रही है , वो महज एक छोटी और मामुलि सी कहानी  हैं ।लेकिन इन प्रवासी  मजदुरों  के लिये बेहद संकटपुर्ण घडी है।
     बावजुद इसके इस संवेदनशील मुद्दे को राजनैतिक  मसला बनाया जा रहा है । उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों (Migrant Laborers) को उनके घर भेजने के लिए 1000 बसें मुहैया कराने के कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रस्‍ताव पर सियासत गर्म है | मामले में कांग्रेस पार्टी (Congress) और योगी सरकार (Yogi Government) के बीच पत्राचार का दौर जारी है | यही नहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) लगातार योगी सरकार पर हमलावर हैं और एक के बाद एक ट्वीट कर सरकार को असंवेदनशील करार दे रही हैं | इस बीच, रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने अपनी ही पार्टी को पूरे मसले में कठघरे में खड़ा कर दिया है | अदिति सिंह ने न सिर्फ इसे निम्न सियासत करार दिया है, बल्कि उन्होंने राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र में बसें नहीं लगाने पर सवाल किया है?
 
      अदिति सिंह ने ट्वीट किया है, 'आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत? एक हजार बसों की सूची भेजी. उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा. 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां और 68 वाहन बिना कागजात के...ये कैसा क्रूर मजाक है |अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में क्‍यों नहीं लगाई?'

     यह पहली बार नहीं है जब विधायक अदिति सिंह पार्टी लाइन से अलग जाकर बयान दिया है|  इससे पहले भी एक दिन के विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान एक तरफ प्रियंका गांधी लखनऊ में प्रदर्शन कर रही थीं|  वहीं अदिति सिंह सत्र में पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर विधानसभा में उपस्थित थीं|  उस समय पार्टी की तरफ से उन्हें नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा था | 
अब देखना ये है कि पार्टिया इस मुद्दे को सिर्फ चुनाव जितने का जरिया बनाती है या फिर इन मजदुरो  कि बेबसी  को दुर करने के कोई अच्छे  कदम उठा कर इन्हे अपने घर तक  पहुचति है?
   

2 Comments

  1. .in this situation ...Humane has been made of fun for their political issues... Here shows how much value of humanity in our nation....... 🙏

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  2. इंसानियत पर सियासत का पलड़ा कबी बराबर भी नहीं हो सकता।

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